नयी दिल्ली,13 नवंबर (वार्ता)
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) पर केन्द्र सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के विरोध में धरना दे रहे पूर्व सैनिकों से एकजुटता प्रदर्शित करने शुक्रवार को जंतर -मंतर पहुंचे।
उन्होंने इस मौके पर पूर्व सैनिकों से मुलाकात की और उनकी मांगों के प्रति पूरा समर्थन जताया। इस मुलाकात के बाद केजरीवाल ने ट्वीटर पर लिखा ‘मैंने कई पूर्व सैनिकों से मुलाकात की । उनकी सारी मांगें जायज हैं। सरकार ने उनके साथ न्याय नहीं किया है। सरकार को तत्काल उनकी मांगें मान लेनी चाहिए।’
केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने कहा कि सेना में पहले से ही जवानों और अधिकारियों की 30 प्रतिशत कमी है। केन्द्र की गलत नीतियों से युवा सेना में जाने से कतराएंगे। यह सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि देश की रक्षा करने वाले जवान सम्मानपूर्ण जीवन बिताएं। आप के अनुसार सरकार ने पूर्व सैनिकों की शिकायतें सुनने के लिए पांच सदस्यीय आयोग बनाने की बजाय एक सदस्यीय आयोग बनाया है जिसमें पूर्व सैनिकों का कोई प्रतिनिधि नहीं है।
पार्टी ने कहा कि जब पूर्व सैनिक सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के कई प्रावधानों का विरोध कर रहे हैं तो सरकार यह दावा कैसे कर सकती है कि वन रैंक वन पेंशन की व्यवस्था लागू हो गयी है। सरकार ने दीपावली से ‘वन रैंक वन पेंशन’ लागू करने का वादा किया था। इसके लिए 24 लाख से अधिक पूर्व सैनिकों के लिए पिछले दिनों अधिसूचना जारी की थी लेकिन पूर्व सैनिकों का एक धड़ा इससे खुश नहीं है । इन लोगों ने अपने मेडल भी लौटाए हैं और बुधवार को जंतर-मंतर पर अपने मेडल जलाने की कोशिश भी की थी।