वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि वन पेंशन-वन रैंक की अधिसूचना जारी कर पीएम नरेंद्र मोदी ने अपना वादा निभाया है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले रेवाड़ी में भूतपूर्व सैनिकों की रैली में मोदी की ओर पूर्व सैनिकों को वन रैंक-वन पेंशन देने का वादा किया गया था। अब इसके पूरे होने से देश के 30 लाख भूतपूर्व सैनिक परिवारों को लाभ मिलेगा। इसमें 7500 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा। वे शुक्रवार को चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे। उन्होंने पूर्व सैनिकों से अपील की कि वे विवेक से काम लें और किसी के बहकावे में न आएं। कुछ सैनिकों द्वारा मैडल वापसी करने के पीछे व्यक्तिगत, राजनीतिक व अन्य कारण हो सकते हैं। अभिमन्यु ने पंजाब के पूर्व सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह द्वारा वन रैंक वन पेंशन पर केंद्र को लिखे पत्र पर हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि अमरेंद्र वन रैंक-वन पेंशन देने के लिये केंद्र धन्यवाद करते। कांग्रेस की सरकार में इंदिरा गांधी ने 1971 के भारत-पाक युद्ध जीतने के बाद 1972 में वन रैंक वन-पेंशन को बंद कर दी थी। उन्होंने कहा कि अगर किसी को आपत्ति है तो वह न्यायिक आयोग में अपील कर सकता है, जो अधिसूचना का हिस्सा है।
सैनिक हमेशा मान-सम्मान, गौरव व कर्तज्ञता के लिये जाने जाते हैं और सरकार ने उनकी इन्हीं भावनाओं को समझते हुए पूरा मान-सम्मान दिया है।
हरियाणा सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल के सम्बन्ध में पूछे जाने पर वित्त मन्त्री ने कहा कि एक वर्ष में सरकार ने अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं और सरकार की ईमानदारी से कार्य करने की मंशा को प्रदेश के 2.5 करोड़ लोगों के समक्ष रखा है। एक प्रश्न के उत्तर में कै़ अभिमन्यु ने कहा कि मोदी के पीएम बनने के बाद विश्व के देशों में भारत का गौरव बढ़ा है और हर छोटे-बड़े राष्ट्र का निवेशक भारत में संभावनाएं देख रहा है। 200 वर्षों तक भारत में राज करने वाले ब्रिटेन ने पीएम मोदी को अपने देश की संसद को सम्बोधित करने के लिए आमंत्रित किया है। इससे बड़ी बात और क्या हो सकती है।