आतंक से मुकाबला जारी, 7 जांबाज शहीद
नयी दिल्ली, 3 जनवरी (ट्रिन्यू/ एजेंसी)
पठानकोट एयरबेस पर हमले के दूसरे दिन रविवार देर रात तक आतंकियों से मुठभेड़ जारी रही। एयरबेस में शनिवार तड़के करीब 3 बजे घुसे आतंकियों में से 4 को शनिवार रात तक मार गिराया गया था। इसके बाद सुरक्षा बल इसको लेकर आश्वस्त नहीं थे वहां और आतंकवादी हैं या नहीं। तलाशी अभियान के दौरान रविवार को आतंकवादियों ने दो स्थानों से गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद रात तक गोलियां चलने की आवाजें आती रहीं। कम से कम दो आतंकवादियों के छुपे होने का अनुमान था। इस अभियान में एनएसजी के लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन कुमार समेत वायु सेना के सात जांबाज शहीद हुए हैं। एनएसजी के 12 कमांडो और वायुसेना के आठ कर्मी घायल भी हुए हैं।
आतंकी हमले को लेकर खुफिया जानकारी और तैयारी के बावजूद इतनी ज्यादा संख्या में सैन्य कर्मियों के शहीद होने पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने कहा, ‘कोई चूक नहीं हुई। जब इस पैमाने पर अभियान होता है तो कुछ का हताहत होना स्वभाविक है। अग्रिम सूचना और त्वरित कार्रवाई किये जाने से एयरबेस के तकनीकी क्षेत्र में नुकसान नहीं हुआ है। आतंकवादी अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हो सके हैं।’ इस बीच रविवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई। दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में हाई अलर्ट किया गया है।
दिल्ली में आतंकियों के घुसने की सूचना, कानपुर शताब्दी में बम की अफवाह
नयी दिल्ली : दिल्ली में भी जैश-ए-मोहम्मद के 2 आतंकियों के घुसने की सूचना मिली है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस को आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी मिली है। पुलिस आयुक्त बीएस बस्सी ने रविवार को शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की और विभिन्न जगहों पर सुरक्षा मुहैया कराने के लिए केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल से सहयोग मांगा गया है। इस बीच दिल्ली से कानपुर जा रही ट्रेनों को बम से उड़ाने की आतंकी धमकी के बाद उत्तर प्रदेश से गुजरने वाली सभी महत्वपूर्ण ट्रेनों की गहन तलाशी की गई। जीआरपी प्रवक्ता ने बताया कि रविवार सुबह नयी दिल्ली से लखनऊ जा रही शताब्दी एक्सप्रेस में बम की अफवाह के बाद ट्रेन को गाजियाबाद स्टेशन पर रोककर बम निरोधक दस्तों से जांच करायी गयी।