Posted On January – 10 – 2016
नयी दिल्ली, 10 जनवरी (एजेंसी)
सेना की एक टुकड़ी के दिल्ली कूच करने वाली मीडिया रिपोर्ट को सही ठहराने पर मनीष तिवारी अपनी ही पार्टी के भीतर घिर गए हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा था कि 2012 में सैन्य टुकड़ी के दिल्ली मार्च करने की रिपोर्ट ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ थी, लेकिन सही थी। इस बीच कांग्रेस पार्टी ने उनके दावों को खारिज करते हुए कहा कि उनका मत पूर्व की यूपीए सरकार का मत नहीं था। वीके सिंह की ओर से मनीष तिवारी पर हमला बोलने के कुछ देर बाद ही कांग्रेस प्रवक्ता पीसी चाको ने कहा,’कांग्रेस की ओर से हम साफतौर पर इस तरह की रिपोर्ट का खंडन करना चाहते हैं। सरकार को सूचना दिए बिना इस तरह का कोई सैन्य अभियान हो ही नहीं सकता है।’ हालांकि मनीष तिवारी का कहना है कि उन्होंने जो कहा था, वह अब भी उस पर कायम हैं।
4 अप्रैल, 2012 को रिपोर्ट छपी थी कि हरियाणा के हिसार से सेना की एक यूनिट ने दिल्ली के लिए कूच किया था। खबर के मुताबिक सैन्य टुकड़ी ने 16-17 जनवरी की रात को सैन्य टुकड़ी ने रायसीना हिल्स के लिए कूच किया था। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी पर भाजपा समेत कांग्रेस के भीतर से भी चौतरफा हमले हो रहे हैं। माना यह भी जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी उनके खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर सकती है। हिमाचल प्रदेश के सीएम वीरभद्र सिंह ने कहा,’मैं भी कैबिनेट मंत्री था, लेकिन सेना की ओर से कभी ऐसा नहीं हुआ कि उसने सरकार के आदेश का पालन न किया हो।’ इसके अलावा संसद की डिफेंस मामलों की स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन रह चुके सतपाल महाराज ने कहा,’मैं समिति का चेयरमैन था, हमें बताया गया था कि वह सेना का नियमित अभ्यास था।’